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Showing posts from July, 2017

ऐ ज़िन्दगी गले लगा ले

ऐ ज़िन्दगी गले लगा ले हमने भी तेरे हर एक ग़म को गले से लगाया है, है ना? हमने न सोचा था मिल गया दुनिया का कुछ एक सहारा एक इशारा तूने दिखाया है ये सपना ज़िन्दगी जो ये अफसाना था लब पे जो ...